रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में उस समय हलचल मच गई जब पाकिस्तान से आए 24 नागरिकों का एक समूह प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा से मिला। इन लोगों ने गृहमंत्री से अपील की कि वे अब पाकिस्तान वापस नहीं लौटना चाहते और भारत में ही स्थायी रूप से रहना चाहते हैं।
बताया जा रहा है कि इन पाकिस्तानी नागरिकों की वीज़ा अवधि समाप्त हो चुकी है, लेकिन वे किसी भी हालत में वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते। उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा से अनुरोध किया कि उन्हें भारत में रहने की अनुमति दी जाए। इस मानवीय अपील पर विजय शर्मा ने उन्हें नियमानुसार मदद का आश्वासन दिया है और कहा कि उनकी समस्याओं को संवेदनशीलता से सुना जाएगा।
हालांकि, यह मामला इतना सीधा नहीं है। केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों को निर्देशित किया है कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों की वीजा अवधि खत्म हो चुकी है, उन्हें भारत में रहने की अनुमति न दी जाए। ऐसे सभी व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें तत्काल पाकिस्तान वापस भेजा जाए।
इस सख्त निर्देश के चलते छत्तीसगढ़ सरकार के सामने एक बड़ी कानूनी और राजनीतिक चुनौती खड़ी हो गई है। एक ओर मानवीय दृष्टिकोण है, तो दूसरी ओर राष्ट्रीय सुरक्षा और आव्रजन नियमों का पालन भी आवश्यक है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि छत्तीसगढ़ सरकार इस संवेदनशील मामले में किस तरह का निर्णय लेती है और केंद्र सरकार की क्या प्रतिक्रिया आती है।
स्थानीय प्रशासन और खुफिया एजेंसियां अब इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही हैं कि इन नागरिकों का भारत में आने का उद्देश्य क्या था और वे अब तक कहां रह रहे थे। वहीं मानवाधिकार संगठनों ने अपील की है कि इन नागरिकों के मामलों को पूरी मानवीयता और संवेदनशीलता से देखा जाए।
