रायपुर, 30 अप्रैल 2025 – छत्तीसगढ़ सरकार ने बुधवार को एक ऐतिहासिक और लंबे समय से प्रतीक्षित निर्णय लेते हुए 2,621 बर्खास्त सहायक शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। ये शिक्षक बीएड (B.Ed) डिग्रीधारी थे, जिन्हें नियमों के तकनीकी कारणों के चलते पहले सेवा से हटा दिया गया था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में नवा रायपुर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन) में हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया।
बर्खास्तगी का कारण
इन शिक्षकों की नियुक्ति सहायक शिक्षक पदों पर की गई थी, लेकिन बाद में यह विवाद उत्पन्न हुआ कि नियुक्ति के लिए निर्धारित न्यूनतम योग्यता डीएलएड (D.El.Ed) है, न कि बीएड। परिणामस्वरूप इन 2621 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। वर्षों से ये शिक्षक न्यायिक और प्रशासनिक स्तरों पर पुनर्नियुक्ति की मांग कर रहे थे।
कैबिनेट ने दी पुनर्नियुक्ति को मंजूरी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शिक्षा के क्षेत्र में स्थिरता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया। कैबिनेट ने बर्खास्त शिक्षकों की सेवा बहाली को मानवतावादी और प्रशासनिक दृष्टिकोण से उचित ठहराया। इससे न केवल प्रभावित शिक्षकों को राहत मिलेगी, बल्कि प्रदेश में शिक्षण व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।
सरकार का रुख स्पष्ट
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न उत्पन्न हो, इसके लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और स्पष्ट नियम लागू किए जाएंगे। शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह बहाली प्रक्रिया के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करे और जल्द से जल्द इन शिक्षकों को दोबारा नियुक्ति दी जाए।
शिक्षकों और परिवारों में खुशी की लहर
इस फैसले से बर्खास्त शिक्षकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। वर्षों से असमंजस और बेरोजगारी की स्थिति का सामना कर रहे इन शिक्षकों और उनके परिवारों को अब स्थायित्व और राहत की उम्मीद है। शिक्षकों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार प्रकट किया है।
