बलरामपुर, छत्तीसगढ़ |
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से सुशासन तिहार के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। नवीन आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए भूमि सीमांकन करने पहुंचे एक पटवारी पर स्थानीय ग्रामीणों ने एंट (ईंट) से जानलेवा हमला कर दिया। हमला इतना गंभीर था कि पटवारी को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इस मामले को लेकर राजस्व विभाग और पटवारी संघ में रोष व्याप्त है।
क्या है पूरा मामला?
सरकारी निर्देश के अनुसार इन दिनों सुशासन तिहार के तहत विभिन्न जनसुनवाई और विकास योजनाओं का निपटारा किया जा रहा है। इसी क्रम में ग्राम पंचायत जाटों में आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए आवेदन प्राप्त हुआ था। इस पर कार्यवाही के लिए हल्का पटवारी सोमेश्वर सिंह पंचायत के सरपंच और ग्रामीणों की उपस्थिति में शासकीय भूमि चिन्हांकन के लिए मौके पर पहुंचे थे।
हमले की घटना और आरोपी
चिन्हित भूमि पर दुबराज सिंह और उसके पुत्र नन्हे सिंह का अवैध कब्जा था। भूमि मापी के दौरान दोनों ने पटवारी पर ईंट से हमला कर दिया। गनीमत रही कि पटवारी किसी तरह भागने में सफल रहे।
इसके बाद सभी पटवारियों ने सिटी कोतवाली पहुंचकर FIR दर्ज कराई और हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस कार्रवाई और जांच
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दुबराज सिंह और उसके पुत्र को हिरासत में ले लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। शासकीय कार्य में बाधा और जानलेवा हमले के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
🗣️ पटवारी संघ का बयान
“हम शासकीय कार्य कर रहे थे, हमला करना न केवल अवैध कब्जे का मामला है बल्कि कानून व्यवस्था को खुली चुनौती है। दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो।”
– स्थानीय पटवारी संघ अध्यक्ष
