नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची भारत दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान हुई द्विपक्षीय वार्ता में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा कि भारत पर हुए आतंकी हमले ने सैन्य प्रतिक्रिया के लिए मजबूर किया। जयशंकर ने कहा, “अगर हम पर सैन्य हमला होता है तो इसका बहुत सख्त जवाब दिया जाएगा।”
22 अप्रैल के आतंकी हमले का जवाब था ऑपरेशन सिंदूर
एस जयशंकर ने बैठक में स्पष्ट किया कि भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में हुए बर्बर आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को पाकिस्तान के आतंकी ढांचे पर “लक्षित और नपी-तुली कार्रवाई” की। उन्होंने कहा, “हमारा इरादा हालात बिगाड़ने का नहीं है, लेकिन अगर हमला होता है तो जवाब जरूर मिलेगा।”
भारत-ईरान द्विपक्षीय रिश्तों पर जोर
वार्ता के दौरान एस जयशंकर ने ईरान के साथ भारत के मजबूत संबंधों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह हमारे राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है और हमें इसे उचित रूप से मनाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पेजेशकियन की मुलाकात और फोन वार्ता ने हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया है।”
रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा
यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगस्त 2024 में विदेश मंत्री बनने के बाद यह अराघची की भारत की पहली यात्रा है। दोनों देशों के बीच 20वीं संयुक्त आयोग बैठक में रणनीतिक, आर्थिक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि बातचीत में भारत-पाक तनाव पर भी चर्चा हुई।
