श्रीनगर/नई दिल्ली — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए चरमपंथी हमले की गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है। अफ़ग़ानिस्तान सरकार ने इस घटना की तीखी निंदा करते हुए इसे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए ख़तरनाक बताया है।
अफ़ग़ान विदेश मंत्रालय का बयान
अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए हमले को “निंदनीय” करार दिया और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बयान को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किया, जिसे मुंबई स्थित अफ़ग़ान कॉन्सुलेट जनरल ने रीपोस्ट किया।
बयान में कहा गया है:
“अफ़ग़ानिस्तान का विदेश मंत्रालय पर्यटकों पर हुए इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता है। हम इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं साझा करते हैं।”
क्षेत्रीय सुरक्षा पर चिंता
अफ़ग़ान कॉन्सुलेट जनरल की ओर से जारी पोस्ट में यह भी कहा गया कि इस तरह की घटनाएं न केवल निर्दोष नागरिकों की जान लेती हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती हैं।
“इस प्रकार की हिंसा से आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है और क्षेत्रीय स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है,” बयान में कहा गया।
हमले की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि यह हमला हाल ही में जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुआ था, जहां कुछ चरमपंथियों ने पर्यटकों की एक गाड़ी को निशाना बनाया। हमले में कई लोगों की मौत हो गई, जबकि कुछ गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है।
📌 निष्कर्ष
इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि आतंकवाद और चरमपंथ की वैश्विक निंदा और सहयोग की आवश्यकता पहले से कहीं ज़्यादा है। अफ़ग़ानिस्तान जैसे देश का यह बयान भारत के प्रति उसकी संवेदनशीलता और दक्षिण एशिया में स्थिरता को लेकर गंभीरता को दर्शाता है।
