रायपुर में सूदखोर तोमर बंधुओं के आलीशान मकान पर नगर निगम का शिकंजा, फरार आरोपियों की तलाश तेज
रायपुर। शहर के कुख्यात सूदखोर वीरेंद्र और रोहित तोमर पर पुलिस की सख्ती के बाद अब नगर निगम ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। हवाला और अवैध लेन-देन जैसे मामलों में घिरे इन दोनों भाइयों के खिलाफ पुलिस के साथ-साथ नगर निगम भी सक्रिय हो गया है। मंगलवार को निगम की टीम ने उनके महलनुमा निवास पर दबिश देकर भवन की नापजोख शुरू कर दी। यह जांच की जा रही है कि भवन निर्माण नगर निगम की अनुमति और नियमों के तहत हुआ है या नहीं। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक, मकान का नक्शा खंगाला जा रहा है और यह देखा जा रहा है कि कहीं निर्माण नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। बता दें कि यह मकान शहर के सबसे आलीशान बंगलों में से एक माना जाता है। गायब हैं दोनों भाई और उनके गुर्गे वीरेंद्र और रोहित तोमर सूदखोरी, मारपीट और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर मामलों में आरोपित हैं। दोनों पिछले दिनों पुलिस की दबिश के दौरान फरार हो गए थे। जानकारी के अनुसार, दोनों भाइयों के साथ उनके 25 गुर्गे भी लापता हैं। पुलिस को शक है कि इन गुर्गों के नाम पर ही करोड़ों की संपत्ति खरीदी गई है और उन्हीं के खातों से अवैध ट्रांजैक्शन भी किए गए हैं। कर्ज के बदले संपत्ति हड़पने के आरोप पुलिस जांच में सामने आया है कि तोमर बंधुओं ने लोगों को ब्याज पर पैसा देकर, वसूली के वक्त दबाव बनाकर उनकी संपत्तियां अपने या अपने करीबियों के नाम करा लीं। इन कर्मचारियों और गुर्गों के बैंक खातों में भारी मात्रा में पैसों की आवाजाही हुई है। फिलहाल ये सभी लोग फरार हैं और उनके मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहे हैं। अभेद्य किले जैसा घर बना रखा था तोमर बंधुओं ने अपने निवास को किसी किले की तरह बना रखा था। चारों तरफ हाई-रिज़ोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। घर में अलग से गार्ड और कर्मचारियों की तैनाती थी, जो हर गतिविधि पर नजर रखते थे। जब पुलिस ने मंगलवार को दबिश दी थी, तब रोहित तोमर घर में ही था, लेकिन दोनों भाइयों ने महिलाओं को ढाल बनाकर पुलिस से समय लिया और इसी दौरान भाग निकले। नेपाल भागने की आशंका, पासपोर्ट भी नहीं मिला पुलिस को संदेह है कि दोनों आरोपी नेपाल भागने की कोशिश में हैं। उनका पासपोर्ट भी अब तक बरामद नहीं हो सका है। पुलिस इनकी लोकेशन ट्रैक करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन आरोपी लगातार अपनी जगह बदल रहे हैं। नगर निगम और पुलिस का साझा अभियान नगर निगम अब इस बात की गहराई से जांच कर रहा है कि क्या यह आलीशान मकान अवैध तरीके से बनाया गया है। दूसरी ओर पुलिस भी आरोपियों के बैंक खाते, संपत्तियां और सहयोगियों की जांच में जुटी है। सूत्रों के अनुसार, यह मामला हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और संपत्ति हड़पने जैसे बड़े आर्थिक अपराध से जुड़ा हो सकता है।










