Raipur

Crime, Raipur

रायपुर में सूदखोर तोमर बंधुओं के आलीशान मकान पर नगर निगम का शिकंजा, फरार आरोपियों की तलाश तेज

रायपुर। शहर के कुख्यात सूदखोर वीरेंद्र और रोहित तोमर पर पुलिस की सख्ती के बाद अब नगर निगम ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। हवाला और अवैध लेन-देन जैसे मामलों में घिरे इन दोनों भाइयों के खिलाफ पुलिस के साथ-साथ नगर निगम भी सक्रिय हो गया है। मंगलवार को निगम की टीम ने उनके महलनुमा निवास पर दबिश देकर भवन की नापजोख शुरू कर दी। यह जांच की जा रही है कि भवन निर्माण नगर निगम की अनुमति और नियमों के तहत हुआ है या नहीं। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक, मकान का नक्शा खंगाला जा रहा है और यह देखा जा रहा है कि कहीं निर्माण नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। बता दें कि यह मकान शहर के सबसे आलीशान बंगलों में से एक माना जाता है। गायब हैं दोनों भाई और उनके गुर्गे वीरेंद्र और रोहित तोमर सूदखोरी, मारपीट और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर मामलों में आरोपित हैं। दोनों पिछले दिनों पुलिस की दबिश के दौरान फरार हो गए थे। जानकारी के अनुसार, दोनों भाइयों के साथ उनके 25 गुर्गे भी लापता हैं। पुलिस को शक है कि इन गुर्गों के नाम पर ही करोड़ों की संपत्ति खरीदी गई है और उन्हीं के खातों से अवैध ट्रांजैक्शन भी किए गए हैं। कर्ज के बदले संपत्ति हड़पने के आरोप पुलिस जांच में सामने आया है कि तोमर बंधुओं ने लोगों को ब्याज पर पैसा देकर, वसूली के वक्त दबाव बनाकर उनकी संपत्तियां अपने या अपने करीबियों के नाम करा लीं। इन कर्मचारियों और गुर्गों के बैंक खातों में भारी मात्रा में पैसों की आवाजाही हुई है। फिलहाल ये सभी लोग फरार हैं और उनके मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहे हैं। अभेद्य किले जैसा घर बना रखा था तोमर बंधुओं ने अपने निवास को किसी किले की तरह बना रखा था। चारों तरफ हाई-रिज़ोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। घर में अलग से गार्ड और कर्मचारियों की तैनाती थी, जो हर गतिविधि पर नजर रखते थे। जब पुलिस ने मंगलवार को दबिश दी थी, तब रोहित तोमर घर में ही था, लेकिन दोनों भाइयों ने महिलाओं को ढाल बनाकर पुलिस से समय लिया और इसी दौरान भाग निकले। नेपाल भागने की आशंका, पासपोर्ट भी नहीं मिला पुलिस को संदेह है कि दोनों आरोपी नेपाल भागने की कोशिश में हैं। उनका पासपोर्ट भी अब तक बरामद नहीं हो सका है। पुलिस इनकी लोकेशन ट्रैक करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन आरोपी लगातार अपनी जगह बदल रहे हैं। नगर निगम और पुलिस का साझा अभियान नगर निगम अब इस बात की गहराई से जांच कर रहा है कि क्या यह आलीशान मकान अवैध तरीके से बनाया गया है। दूसरी ओर पुलिस भी आरोपियों के बैंक खाते, संपत्तियां और सहयोगियों की जांच में जुटी है। सूत्रों के अनुसार, यह मामला हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और संपत्ति हड़पने जैसे बड़े आर्थिक अपराध से जुड़ा हो सकता है।

Chhattisgarh News, Raipur

27 नक्सलियों के ढेर होने के बाद सुरक्षाबलों ने मनाया जश्न, महिला जवानों ने उड़ाया गुलाल | देखें वीडियो

नारायणपुर/बस्तर।छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है। 18 मई से जारी ऑपरेशन के तहत 27 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया, जिसमें महिला नक्सली और टॉप कमांडर भी शामिल हैं। इस बड़ी कामयाबी के बाद जब जवान लौटे, तो उन्होंने गुलाल उड़ाकर और नाच-गाकर जश्न मनाया। वायरल हो रहे वीडियो में महिला जवान भी खुशी के रंगों में सराबोर नजर आ रही हैं। बसवराजू और जंगू नवीन जैसे इनामी नक्सली मारे गए अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए नक्सलियों में शामिल हैं: ये सभी बेहद खूंखार और वांछित नक्सली थे। शहीद हुए दो वीर जवान इस तीन दिवसीय ऑपरेशन के दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस की डीआरजी के दो जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए।मुख्य मुठभेड़ 21 मई को सुबह हुई थी, जिसमें दोनों ओर से जमकर गोलीबारी हुई। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने दी जानकारी बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि यह ऑपरेशन नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव की डीआरजी यूनिट्स ने संयुक्त रूप से चलाया था। मुठभेड़ के बाद बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। जवानों ने मनाया विजय उत्सव | एनकाउंटर के बाद जब जवान लौटे, तो उन्होंने गुलाल उड़ाकर और ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाया।महिला जवानों ने भी विजय चिन्ह दिखाते हुए नृत्य किया और देश के लिए गर्व की भावना व्यक्त की।इस दृश्य को देखकर लोगों के दिल गर्व और सम्मान से भर उठे। निष्कर्ष नक्सलवाद के खिलाफ यह एतिहासिक सफलता सुरक्षाबलों के साहस, समर्पण और रणनीति की जीत है।27 खूंखार नक्सलियों की मौत से नक्सली नेटवर्क को गहरा झटका लगा है।वहीं, जवानों की यह उत्सवपूर्ण प्रतिक्रिया पूरे देश के लिए गौरव और प्रेरणा का विषय है।

Chhattisgarh News, Raipur

नक्सल मुठभेड़ में शहीद हुए जवान को सीएम विष्णु देव साय ने दी श्रद्धांजलि, बोले- बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

रायपुर/बीजापुर।छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के उसूर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के कांस्टेबल सोलंकी मेहुल भाई नंदलाल को राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने रायपुर के माना स्थित 4वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल परिसर पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया और उन्हें कंधा देकर अंतिम विदाई दी। सीएम का संकल्प: मार्च 2026 तक नक्सलवाद का समूल नाश मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा: “शहीद मेहुल भाई की वीरता और देशभक्ति को कभी भुलाया नहीं जाएगा। उन्होंने राष्ट्र सेवा की उत्कृष्ट परंपरा को आगे बढ़ाया है।” उन्होंने यह भी कहा कि: “पिछले एक वर्ष में नक्सल विरोधी अभियान तेज़ हुए हैं। जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए कई सफलताएं हासिल की हैं। हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद का समूल नाश कर दिया जाए।” सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है: सीएम साय सीएम साय ने शहीद के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा: “शहीद का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। राज्य सरकार शहीद के परिवार के साथ हर कदम पर खड़ी है और हर संभव सहायता की जाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि यह बलिदान देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की प्रेरणा बनेगा। शोक और सम्मान का माहौल इस श्रद्धांजलि समारोह में गृह मंत्री विजय शर्मा, विधायक मोतीलाल साहू, पुरन्दर मिश्रा, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, और सामान्य नागरिक मौजूद रहे।हर किसी की आंखें नम थीं और माहौल गर्व और ग़म के मिश्रण से भरा हुआ था। निष्कर्ष बीजापुर में नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए कांस्टेबल मेहुल भाई सोलंकी की शहादत को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूलेगा।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का संकल्प, प्रदेश को एक सुरक्षित और शांत भविष्य की ओर ले जाने का संकेत देता है।

Chhattisgarh News, Raipur

अब नहीं बिकेगी ठेले की चाय-भजिया? दुकान लेना होगा अनिवार्य, प्रशासन की सख्ती से मचा हड़कंप

बिलासपुर, छत्तीसगढ़। शहर के सैकड़ों ठेले-खोमचे वालों की रोजी-रोटी पर संकट मंडराने लगा है। प्रशासन ने एक नया आदेश जारी कर सार्वजनिक स्थलों पर ठेले लगाने पर रोक लगा दी है। इसके तहत अब ठेले पर चाय, भजिया, नाश्ता या अन्य खाद्य सामग्री बेचने वालों को दुकान किराए पर लेकर व्यवसाय करने को कहा गया है। इस आदेश से शहर में 1000 से 2000 छोटे व्यापारियों के सामने भविष्य अंधकारमय होता नजर आ रहा है। 20-25 हजार का किराया, आमदनी महज 10-15 हजार व्यापारियों ने बताया कि दुकान के लिए किराया 20,000 से 25,000 रुपये तक है, जबकि वे ठेले पर बैठकर मुश्किल से 10,000 से 15,000 रुपये महीने कमा पाते हैं। ऐसे में दुकान लेना आर्थिक रूप से असंभव है।छोटे व्यापारियों ने कहा कि वे सालों से मेहनत कर अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं, और यह अचानक लिया गया निर्णय उनके लिए आजीविका पर सीधी मार है। स्वरोजगार पर चोट, व्यापारी बोले- प्रधानमंत्री भी आत्मनिर्भरता की बात करते हैं व्यापारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं स्वरोजगार को बढ़ावा देने की बात करते हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन का यह आदेश उनकी मेहनत पर पानी फेर रहा है। वर्तमान में पहले ही बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याएं हैं, ऐसे में यह फैसला गरीब तबके पर दोहरी मार है। जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन, वैकल्पिक व्यवस्था की मांग सैकड़ों ठेला व्यापारियों ने संयुक्त रूप से जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने निवेदन किया है कि जब तक प्रशासन कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करता, उन्हें ठेले पर व्यवसाय जारी रखने की अनुमति दी जाए। व्यापारियों का तर्क है कि शहर में कई स्थान ऐसे हैं जहाँ ठेले लगाने से यातायात या आम जनता को कोई असुविधा नहीं होती। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया, तो विरोध प्रदर्शन की भी नौबत आ सकती है। गरीबों के रोजगार पर संकट, उम्मीद है प्रशासन लेगा सकारात्मक फैसला व्यापारियों ने प्रशासन से संवेदनशील और व्यावहारिक निर्णय लेने की अपील की है, ताकि गरीब तबके को सम्मानपूर्वक आजीविका चलाने का मौका मिल सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन अब इस मुद्दे पर मानवता के आधार पर कोई राहत देता है या नहीं।

Chhattisgarh News, Raipur

छत्तीसगढ़ में पुलिस ने किया 26 माओवादियों के मारे जाने का दावा, नारायणपुर में चला 50 घंटे का सर्च ऑपरेशन

छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित नारायणपुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने एक भीषण मुठभेड़ में 26 माओवादियों के मारे जाने का दावा किया है। राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने बुधवार को इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया कि ओरछा इलाके में पिछले 50 घंटों से सर्च अभियान चल रहा था, जिसके तहत यह मुठभेड़ हुई। गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा, “इस ऑपरेशन में 26 से अधिक माओवादी मारे गए हैं। जानकारी मिल रही है कि इनमें से कुछ वरिष्ठ कैडर के माओवादी भी शामिल हैं।” उन्होंने यह भी संकेत दिए कि मारे जाने वाले माओवादियों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। उन्होंने राज्य सरकार की मंशा दोहराते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को ‘लाल आतंक से मुक्त’ कराने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पिछले 15 महीनों में 400 से अधिक माओवादी मारे गए राज्य में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षा बलों ने बीते 15 महीनों में लगातार सघन ऑपरेशन चलाए हैं। इन कार्रवाइयों में अब तक 400 से अधिक संदिग्ध माओवादी मारे जा चुके हैं। यह मुठभेड़ उसी रणनीति का हिस्सा है, जिसमें नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्रों को सुरक्षित किया जा रहा है। केंद्र सरकार का लक्ष्य: 2026 तक माओवाद का अंत गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि भारत को 31 मार्च 2026 तक माओवादी आतंक से मुक्त कर दिया जाएगा। इसी दिशा में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर लगातार सुरक्षा बलों की तैनाती और अभियानों को तेज कर रहे हैं। क्या है आगे की रणनीति? सुरक्षा बलों के अनुसार, सर्च ऑपरेशन जारी है और मुठभेड़ स्थल से अस्त्र-शस्त्र और गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं। इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब माओवादी गतिविधियां फिर से सक्रिय होने की कोशिश कर रही थीं। छत्तीसगढ़ में माओवादी समस्या वर्षों से एक बड़ी चुनौती रही है, लेकिन हालिया कार्रवाइयों से यह संकेत मिल रहा है कि राज्य सरकार अब निर्णायक लड़ाई की ओर बढ़ रही है।

Chhattisgarh News, Raipur

मधुमक्खियों के हमले में शहीद हुआ K9 रोलो, गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई अंतिम विदाई

छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा हिल्स (KGH) में चल रहे एक नक्सल विरोधी अभियान के दौरान केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) की 228वीं बटालियन में तैनात K9 रोलो की मधुमक्खियों के हमले में दर्दनाक मौत हो गई। तलाशी अभियान में शामिल इस प्रशिक्षित सैन्य डॉग को गार्ड ऑफ ऑनर देकर भावपूर्ण विदाई दी गई। क्या हुआ अभियान के दौरान? 5 अप्रैल 2023 को जन्मा K9 रोलो डीबीटीएस में प्रशिक्षित किया गया था और अप्रैल 2024 में ही सीआरपीएफ के साथ ड्यूटी पर तैनात हुआ था। रोलो विस्फोटक पहचानने, तलाशी अभियान और हमले जैसी विशेष क्षमताओं से लैस था। 14 मई को कर्रेगुट्टा हिल्स में तलाशी अभियान के दौरान अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। जवानों ने रोलो को प्लास्टिक शीट से ढकने की कोशिश की, लेकिन मधुमक्खियां उसके अंदर घुस गईं और उसे बुरी तरह काट लिया। बचाने की कोशिश, लेकिन नहीं बच सका रोलो हमले के तुरंत बाद रोलो को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और पशु चिकित्सक तक पहुंचाने की कोशिश की गई, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पशु चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई CRPF जवानों ने अपने इस वफादार साथी को सेना की तरह गार्ड ऑफ ऑनर के साथ श्रद्धांजलि दी। पूरा बटालियन परिसर भावुक माहौल में गूंज उठा। K9 रोलो की सेवा और शहादत CRPF की ओर से बताया गया कि K9 रोलो ने अल्प समय में ही कई अभियानों में सफलतापूर्वक हिस्सा लिया था। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रोलो ने तलाशी और विस्फोटक खोज में अहम भूमिका निभाई थी।

Chhattisgarh News, Crime, Raipur

फर्जी दस्तावेज बनाकर पूर्व पति की संपत्ति बेची, महिला समेत 6 पर FIR दर्ज

रायपुर, छत्तीसगढ़ | 13 मई 2025छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने पूर्व पति की कीमती जमीन को पहले अपने नाम करवाया और फिर उसे बेच डाला। मामले का खुलासा तब हुआ जब जमीन खरीदने वाले व्यक्ति ने नामांतरण के लिए इश्तेहार प्रकाशित कराया। शिकायत के बाद पुलिस ने महिला सहित 6 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। क्या है पूरा मामला? पुलिस के अनुसार ग्राम डोमा में मिन्हाजुद्दीन और उनके भाई शाहिद मुनीर के नाम पर कुल 0.1120 हेक्टेयर जमीन दर्ज है। शाहिद मुनीर की शादी 1992 में सुलताना बेगम से हुई थी, लेकिन तीन साल बाद 1995 में दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद सुलताना ने एक अन्य व्यक्ति से विवाह कर लिया और शाहिद धार्मिक यात्राओं में व्यस्त हो गए, जिससे उनका संपर्क लगभग खत्म हो गया। इसका फायदा उठाते हुए सुलताना बेगम ने कोर्ट में वाद दायर कर शाहिद की ‘सिविल डेथ’ घोषित कर दी, साथ ही खुद को उनकी संपत्ति की वारिस बताया। इसके बाद उसने पटवारी रिकॉर्ड में अपने नाम से संपत्ति दर्ज करवाई। 15 लाख में बेची गई जमीन, FIR दर्ज संपत्ति अपने नाम होने के बाद सुलताना ने अपने सहयोगियों फैजल शाहिद, खलील अहमद निजामी, अब्दुल जुनैद सिद्दीकी, जीशान सिद्दीकी और मोहम्मद फारूक के साथ मिलकर मठपुरैना निवासी मोती शेख को जमीन 15.12 लाख रुपए में बेच दी। जब खरीदार ने नामांतरण के लिए अखबार में विज्ञापन प्रकाशित किया, तब मूल मालिक मिन्हाजुद्दीन को इसकी जानकारी हुई, जिसके बाद उन्होंने सेजबहार थाने में शिकायत दर्ज कराई। कई धाराओं में मामला दर्ज, एक आरोपी को छोड़ा गया जांच के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ BNS की धाराएं 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2), और 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार एक आरोपी को थाने से छोड़ भी दिया गया, जिससे मामले में नए सवाल खड़े हो रहे हैं। इससे पहले कोटा क्षेत्र में भी इसी तरह का फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था, जिसे सरस्वती नगर पुलिस विवेचना में ले चुकी है।

Chhattisgarh News, Raipur, Viral News

CBSE 10वीं बोर्ड के रिजल्ट 2025: छत्तीसगढ़ में 90.52% स्टूडेंट्स पास, लड़कियों ने बाजी मारी

रायपुर, छत्तीसगढ़:केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज कक्षा 10वीं के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं। ओवरऑल परिणाम में पूरे देश में 90.52% स्टूडेंट्स पास हुए हैं। खासकर छत्तीसगढ़ में छात्राओं का प्रदर्शन शानदार रहा, जिन्होंने लड़कों की तुलना में बेहतर अंक अर्जित किए हैं। रिजल्ट के मुख्य बिंदु रुझान और उत्साह इसी वर्ष 12वीं बोर्ड के रिजल्ट में भी छत्तीसगढ़ की छात्राओं का प्रदर्शन बेहतरीन रहा था, जहाँ लड़कियों का रिजल्ट 84.67% था, जो बेटों के 79.92% से लगभग 5% अधिक था। छत्तीसगढ़ में रिजल्ट आते ही विद्यार्थियों और अभिभावकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है। रिजल्ट कैसे देखें? सीबीएसई 10वीं बोर्ड के रिजल्ट देखने के लिए उम्मीदवार निम्नलिखित चरण अपना सकते हैं:

Chhattisgarh News, Job Fairs, Raipur

CG Job: रायपुर में युवाओं के लिए सुनहरा अवसर, 2300 पदों पर भर्ती, 14-15 मई को जॉब फेयर

रायपुर, छत्तीसगढ़:छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार पाने का सुनहरा अवसर सामने आया है। 14 और 15 मई 2025 को रायपुर में जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र द्वारा जॉब फेयर का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन कलेक्टोरेट के पास स्थित मल्टीलेवल पार्किंग परिसर में किया जाएगा, जो सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगा। 2300 पदों पर होगी भर्ती इस जॉब फेयर में विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियों द्वारा लगभग 2300 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी। यह मेला न केवल रोजगार प्रदान करने का एक मंच है, बल्कि युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से कंपनियों से जुड़ने का मौका भी देगा। इन दस्तावेजों के साथ पहुंचें उम्मीदवार इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवारों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने: साथ लेकर निर्धारित तिथि और समय पर उपस्थित हों। प्रशासन की पहल जिला प्रशासन और रोजगार केंद्र का यह कदम राज्य के युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयासों का हिस्सा है। इससे न केवल रोजगार दर बढ़ेगी, बल्कि युवाओं को अपने क्षेत्र में ही नौकरी पाने का अवसर मिलेगा।

Chhattisgarh News, Raipur, Viral News

छत्तीसगढ़ में रायपुर के पास भयानक सड़क हादसा, छठी समारोह से लौट रहे 13 लोगों की मौत

रायपुर, छत्तीसगढ़ – रायपुर ज़िले के खरोरा थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। हादसा बंगोली गांव के पास हुआ, जब एक माजदा गाड़ी की टक्कर एक तेज़ रफ्तार ट्रेलर से हो गई। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हादसे में मृतक सभी लोग छठी उत्सव (बच्चे के जन्म के उपलक्ष्य में आयोजित पारिवारिक कार्यक्रम) से लौट रहे थे। वे रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र के चटौद गांव के निवासी थे और बाना गांव से वापसी कर रहे थे। घायल अस्पताल में भर्ती जिलाधिकारी गौरव सिंह के अनुसार, दुर्घटना में एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें रायपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। टक्कर इतनी तेज़ कि शव क्षत-विक्षत स्थानीय पुलिस के मुताबिक, टक्कर इतनी भयानक थी कि कई शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए। हादसे के बाद रायपुर-खरोरा मार्ग पर यातायात देर रात तक बाधित रहा। राहत और बचाव कार्यों में पुलिस और जिला प्रशासन जुटा रहा।

Scroll to Top