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कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह, जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की अहम जानकारी दी?

नई दिल्ली:भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी देने वाली भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह अब देशभर में चर्चा का विषय बन गई हैं। इस मिशन में महिला सैन्य अधिकारियों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही, जिनमें विंग कमांडर व्योमिका एक प्रमुख चेहरा हैं। कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह? व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक अनुभवी हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उन्होंने 18 दिसंबर 2004 को भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया था। अब तक वो 2,500 घंटे से अधिक उड़ान भर चुकी हैं और चेतक व चीता जैसे हेलीकॉप्टरों को सबसे कठिन भूगोल में उड़ाया है। अरुणाचल मिशन में दिखाई बहादुरी व्योमिका की नेतृत्व क्षमता वर्ष 2020 के अरुणाचल प्रदेश राहत अभियान में देखने को मिली, जब उन्होंने ऊंचाई, खराब मौसम और सीमित संसाधनों के बावजूद हेलीकॉप्टर से सैकड़ों लोगों को बचाया था। ऑपरेशन सिंदूर’ में प्रमुख भूमिका 6-7 मई 2025 की रात को हुए इस ऑपरेशन के बाद, व्योमिका सिंह ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री और कर्नल सोफ़िया कुरैशी के साथ मीडिया को ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय वायुसेना ने नौ आतंकी ठिकानों को सटीकता से नष्ट किया। नाम से जुड़ी प्रेरणा 2023 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “व्योमिका का अर्थ होता है — आकाश में रहने वाली। शायद मेरे नाम ने ही मुझे आसमान में उड़ने की दिशा दिखाई।” उन्होंने यह भी कहा था कि पायलट बनना उनकी नियति थी। महिला शक्ति का प्रतीक विंग कमांडर व्योमिका सिंह न सिर्फ एक बेहतरीन पायलट हैं, बल्कि वे भारतीय वायुसेना में महिला अधिकारियों की बढ़ती भूमिका और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक भी हैं।

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ऑपरेशन सिंदूर: कर्नल सोफ़िया कुरैशी ने बताया कब और कहां किए गए हवाई हमले

नई दिल्ली:भारत ने 6-7 मई 2025 की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया। इस बात की जानकारी भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफ़िया कुरैशी ने बुधवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में दी। कब और कैसे हुआ हमला? कर्नल कुरैशी ने बताया कि यह ऑपरेशन रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया: “22 अप्रैल को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के बाद भारत ने मासूम नागरिकों को न्याय दिलाने के उद्देश्य से यह जवाबी कार्रवाई की।” किन ठिकानों पर किया गया हमला? कर्नल कुरैशी ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान 9 आतंकवादी शिविरों को पूरी तरह से तबाह किया गया। ये सभी ठिकाने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में फैले हुए थे। उन्होंने दावा किया कि: “पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान में एक सुनियोजित आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा था, जहां से भारत पर हमलों की साजिश रची जाती थी।” पाकिस्तान का इनकार दूसरी ओर, पाकिस्तान ने इस पूरे मामले में पहलगाम हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि भारत को यदि इस बारे में कोई सबूत हैं तो वह सार्वजनिक करे। अब तक पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत के दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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ऑपरेशन सिंदूर: मसूद अज़हर के परिवार के 10 सदस्यों की मौत, जैश-ए-मोहम्मद ने दी पुष्टि

नई दिल्ली/इस्लामाबाद:भारतीय सेना द्वारा हाल में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) को गहरा झटका लगा है। संगठन ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस ऑपरेशन में उसके सरगना मसूद अज़हर के 10 परिजन और 4 करीबी सहयोगी मारे गए हैं। बहावलपुर की मस्जिद पर टारगेटेड स्ट्राइक जैश-ए-मोहम्मद के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित ‘सुभान अल्लाह मस्जिद’ को निशाना बनाया, जो संगठन का एक सक्रिय अड्डा था।मारे गए लोगों में मसूद अज़हर की बड़ी बहन, बहनोई, भतीजा, भतीजे की पत्नी, भतीजी और 5 बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा उसके 3 प्रमुख सहयोगी और एक सहयोगी की मां की भी मौत हुई है। सेना ने दी कार्रवाई की पुष्टि भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने बुधवार सुबह प्रेस वार्ता में बताया कि यह ऑपरेशन 6-7 मई की रात 1:05 बजे से लेकर 1:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया। कर्नल कुरैशी ने बताया: “ऑपरेशन सिंदूर उन निर्दोष नागरिकों को न्याय दिलाने के लिए किया गया, जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए थे। इस हमले में कुल 9 आतंकवादी शिविरों को ध्वस्त किया गया।” दोनों देशों के आंकड़े हालांकि, भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को न टारगेट करने की बात दोहराई है और कहा है कि यह कार्रवाई पूरी तरह “नॉन-एस्केलेटरी” थी। Pulwama का बदला? जैश-ए-मोहम्मद वही संगठन है जिसने फरवरी 2019 में पुलवामा में CRPF जवानों पर आत्मघाती हमला कर 40 सैनिकों को शहीद किया था।अब, पहलगाम में हुए ताजा आतंकी हमले के बाद, भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया।

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ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना का आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला, 9 ठिकाने तबाह

नई दिल्ली:भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात एक सटीक और सुनियोजित सैन्य कार्रवाई के तहत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस अभियान में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में मौजूद आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया, जहां से भारत पर हमले की योजनाएं बनाई जा रही थीं। नौ आतंकी ठिकानों पर एक साथ हमला रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, इस ऑपरेशन में कुल 9 आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया।बयान में कहा गया है: “हमारी कार्रवाई फोकस्ड, मापी हुई और गैर-उत्तेजक (Non-Escalatory) रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने टारगेट्स और ऑपरेशन के तरीके के चयन में उच्च स्तर की संयमिता का प्रदर्शन किया है।” पहलगाम हमले का बदला यह कार्रवाई पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद की गई है, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।भारत सरकार ने हमले के बाद कहा था कि “दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा”, और यह ऑपरेशन उसी वादे की एक निर्णायक कार्रवाई मानी जा रही है। आधिकारिक ब्रीफिंग जल्द सरकारी बयान के मुताबिक, इस अभियान से जुड़ी विस्तृत जानकारी के लिए एक आधिकारिक प्रेस ब्रीफिंग बुधवार को आयोजित की जाएगी।

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7 मई को उत्तर प्रदेश में मॉक ड्रिल: DGP प्रशांत कुमार ने दी ज़रूरी जानकारी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय से मिले निर्देशों के तहत राज्य में 7 मई को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह मॉक ड्रिल आपदा से निपटने की तैयारियों को परखने के उद्देश्य से की जा रही है। 19 ज़िलों में होगी ड्रिल, A-B-C कैटेगरी में बांटे गए जिले प्रशांत कुमार ने बताया, “राज्य के 19 ज़िलों की पहचान की गई है, जिनमें से 1 जिला A कैटेगरी, 2 जिले C कैटेगरी और शेष जिले B कैटेगरी में हैं।” उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने सुरक्षा और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों में यह मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस, अग्निशमन और डीआरएफ की भागीदारी डीजीपी ने बताया कि मॉक ड्रिल में सिविल प्रशासन, पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवा, और डिजास्टर रेस्पॉन्स फ़ोर्स (DRF) एक साथ मिलकर हिस्सा लेंगे। “ड्रिल का समय और अन्य विस्तृत दिशानिर्देश जल्द ही शासन और मुख्यालय की ओर से ज़िलों को भेज दिए जाएंगे।” गृह मंत्रालय का निर्देश गौरतलब है कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई को आपातकालीन मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इस ड्रिल का उद्देश्य यह जांचना है कि आपात स्थिति में देश की तैयारियां कितनी प्रभावी हैं।

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मॉक ड्रिल: बीजेपी ने नागरिकों से की अपील, कहा- “आगे आएं और वालंटियर बनें”

नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा 7 मई को प्रस्तावित मॉक ड्रिल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने देश के नागरिकों, पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और छात्रों से स्वेच्छा से भाग लेने की अपील की है। बीजेपी ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट कर कहा है कि यह ड्रिल आपात स्थितियों में देश की तैयारियों की परख के लिए है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर होगा मॉक ड्रिल बीजेपी ने कहा कि यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय के निर्देश पर देशभर में आयोजित की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य यह देखना है कि किसी आपातकाल या संकट के समय सरकारी एजेंसियों, आम नागरिकों और संस्थाओं की तैयारियां कैसी हैं। क्या-क्या होगा इस मॉक ड्रिल में? बीजेपी ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान— बीजेपी की नागरिकों से अपील बीजेपी ने देशवासियों से अपील की है कि— “आपातकालीन प्रबंधन का हिस्सा बनें, खुद को प्रशिक्षित करें और जरूरत पड़ने पर देश की सेवा के लिए तैयार रहें।“ बीजेपी ने पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और छात्र संगठनों को भी वालंटियर के रूप में सक्रिय भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है।

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BMC चुनाव का रास्ता साफ, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी—“आरक्षण अब ट्रेन का डब्बा बन गया है”

BMC चुनाव का रास्ता साफ, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी—“आरक्षण अब ट्रेन का डब्बा बन गया है” नई दिल्ली: महाराष्ट्र में लंबे समय से टल रहे बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है। शीर्ष अदालत ने राज्य चुनाव आयोग को निर्देश दिया है कि वह चार सप्ताह के भीतर चुनाव की अधिसूचना जारी करे और चार महीने के भीतर चुनाव प्रक्रिया पूरी करे। कोर्ट की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब ओबीसी आरक्षण को लेकर विवाद के चलते साल 2022 से ही कई स्थानीय निकायों के चुनाव लंबित पड़े थे। ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण को लेकर भी स्पष्ट रुख अपनाया। कोर्ट ने कहा कि जुलाई 2022 में बंथिया कमेटी की रिपोर्ट सामने आई थी, लेकिन उससे जुड़ी याचिकाएं अब तक लंबित हैं। ऐसे में जिन निकायों में चुनाव रिपोर्ट के आने से पहले रुके थे, वहां पुरानी व्यवस्था के तहत ही आरक्षण लागू किया जाए। “लोकतंत्र में चुनाव बेहद जरूरी” जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने कहा कि स्थानीय निकायों के चुनाव संवैधानिक लोकतंत्र की आत्मा हैं और इनका नियमित रूप से होना जरूरी है। उन्होंने कहा, “चुने हुए प्रतिनिधियों की जगह प्रशासनिक अफसरों से काम करवाना लोकतंत्र के खिलाफ है।” “आरक्षण रेल का डब्बा बन गया है” सुनवाई के दौरान कोर्ट ने आरक्षण प्रणाली को लेकर एक अहम और चर्चित टिप्पणी करते हुए कहा, “आरक्षण एक ऐसा रेल का डब्बा बन गया है जिसमें पहले से बैठे लोग दूसरों को चढ़ने नहीं देना चाहते।” कोर्ट ने जोर देकर कहा कि सरकार को पिछड़े वर्गों की सामाजिक और राजनीतिक पहचान सुनिश्चित करनी चाहिए और सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद ही आरक्षण लागू करना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि यदि आरक्षण का लाभ केवल कुछ वर्गों तक सीमित रखा गया, तो यह न्यायसंगत नहीं होगा।

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पटना में BPSC के शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, CM हाउस घेराव की थी तैयारी

पटना। राजधानी पटना में मंगलवार सुबह बीपीएससी (BPSC) के टीआरई-3 शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। ये अभ्यर्थी सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए निकले थे। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन अभ्यर्थियों के नहीं मानने पर हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। घटना मुख्यमंत्री आवास के समीप वीवीआईपी इलाके की है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर इलाके को खाली कराया। प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थी हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे थे। इनमें लिखा था – “BPSC TRE-3 सप्लीमेंट्री नहीं तो वोट नहीं”, “युवाओं का हक मारने वालों को वोट नहीं” और “सप्लीमेंट्री या फांसी दो” जैसी बातें। पिछले 4 महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं अभ्यर्थी एक अभ्यर्थी सुभाष सिंह ने बताया कि वे पिछले चार महीने से गर्दनीबाग में धरना दे रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “हम सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों से मिल चुके हैं, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन मिला है।” एक अन्य अभ्यर्थी के पिता ने कहा कि जो परीक्षार्थी 1-2 अंकों से रह गए हैं, उन्हें सप्लीमेंट्री रिजल्ट के जरिए मौका मिलना चाहिए। BPSC TRE-3 में 87,774 पदों पर निकली थी बहाली गौरतलब है कि BPSC ने TRE-3 के तहत 87,774 शिक्षक पदों के लिए बहाली निकाली थी, लेकिन अब तक केवल 51,000 पदों पर ही नियुक्ति हुई है। शिक्षा मंत्री ने हाल ही में सप्लीमेंट्री रिजल्ट का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। इसी को लेकर अभ्यर्थियों में भारी नाराजगी है।

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वक्फ संशोधन कानून पर सुनवाई अब 15 मई को, CJI खन्ना के रिटायरमेंट पर भावुक हुए SG तुषार मेहता

नई दिल्ली:वक्फ संशोधन कानून को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में 5 मई को हुई सुनवाई अब टाल दी गई है। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि इस मामले में गहराई से सुनवाई की जरूरत है, जो अब 15 मई को नए सीजेआई भूषण रामाकृष्ण गवई की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष होगी। सुनवाई के दौरान एक भावुक क्षण तब आया जब सॉलिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता ने CJI संजीव खन्ना के रिटायरमेंट को याद करते हुए कहा कि उन्हें उनका जाना खल रहा है। इस पर CJI खन्ना ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में जवाब देते हुए कहा, “नहीं, नहीं… मैं इसका इंतजार कर रहा हूं।” सुनवाई के प्रमुख बिंदु: नए CJI करेंगे सुनवाई 13 मई को CJI संजीव खन्ना रिटायर हो रहे हैं और 14 मई को जस्टिस भूषण गवई नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। इसके बाद यह मामला 15 मई को फिर से सूचीबद्ध किया जाएगा। सुनवाई में याचिकाकर्ताओं की ओर से कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने पक्ष रखा।

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पहलगाम आतंकी हमला: मोदी-पुतिन वार्ता में न्याय की मांग, भारत की सख्त प्रतिक्रिया जारी

नई दिल्ली/पहलगाम:22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में कूटनीतिक और सैन्य हलचल तेज हो गई है। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई, जिसमें पुतिन ने कहा कि “दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।” इस बीच, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) पाकिस्तान के अनुरोध पर इस मुद्दे पर “बंद चर्चा” कर रही है। ग्रीस, जो इस महीने UNSC की अध्यक्षता कर रहा है, ने इस बैठक को दोनों देशों के बीच तनाव कम करने का अवसर बताया। इधर, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोमवार को रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने मुलाकात की, जो कि वायुसेना प्रमुख एपी सिंह और नौसेना प्रमुख दिनेश के. त्रिपाठी द्वारा की गई पिछली बैठकों की कड़ी में है। सभी प्रमुख रक्षा अधिकारी प्रधानमंत्री को सेना की तैयारियों से अवगत करा चुके हैं। पाकिस्तान ने सीज़फायर का उल्लंघन कियासोमवार को पाकिस्तान सेना ने जम्मू क्षेत्र के कई सेक्टरों में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीज़फायर का उल्लंघन किया। भारतीय सेना ने तुरंत और उपयुक्त जवाब दिया। अन्य प्रमुख घटनाक्रम:

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