CBI की बड़ी कार्रवाई
छत्तीसगढ़ के पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा के रायपुर स्थित निवास पर CBI ने आज सुबह दबिश दी है। दिल्ली से आई विशेष टीम ने टुटेजा के आवास की तलाशी ली, जो अभी भी जारी है। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई नान घोटाला, महादेव ऐप केस, कोयला आवंटन, और आबकारी विभाग से जुड़े गंभीर आर्थिक अपराधों की जांच के तहत की जा रही है।
🧾 कौन-कौन से घोटालों से जुड़ा है मामला?
CBI द्वारा की जा रही यह छापेमारी छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले की कड़ी भी मानी जा रही है। ईडी की रिपोर्ट के मुताबिक, भूपेश बघेल सरकार के दौरान 2,000 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला हुआ था। इस घोटाले में अनिल टुटेजा के अलावा आबकारी विभाग के एमडी अरुणपति त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर का नाम भी सामने आया था।
⚖️ सुप्रीम कोर्ट से मिली थी सशर्त जमानत
गौरतलब है कि अनिल टुटेजा को दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट से सशर्त जमानत मिली थी। उन्होंने शराब घोटाले में एक वर्ष से अधिक न्यायिक हिरासत में बिताया था। हालांकि, यह राहत केवल ईडी के केस में मिली है। उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) द्वारा दर्ज मामलों में अब भी कार्रवाई चल रही है, जिसके चलते वे फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ सके हैं।
🗣️ अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं
फिलहाल इस रेड को लेकर CBI की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन, छत्तीसगढ़ में यह छापेमारी पूर्ववर्ती शासन के समय हुए भ्रष्टाचार के मामलों की जांच को तेज करने का संकेत माना जा रहा है।
🔎 निष्कर्ष
CBI की यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है। आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।
