छत्तीसगढ़ की तकनीकी शिक्षा को सशक्त बनाने और युवाओं को डिजिटल कौशल से लैस करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (NIELIT) के राज्य स्तरीय अत्याधुनिक केंद्र की स्थापना को मंजूरी प्रदान की गई।
यह केंद्र नवा रायपुर अटल नगर में स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए 10.023 एकड़ भूमि का निशुल्क लीज़ पर आवंटन भी स्वीकृत किया गया है। यह निर्णय छत्तीसगढ़ में डिजिटल एजुकेशन और तकनीकी प्रशिक्षण को नया आयाम देगा।
📍 स्थायी संस्थान की ओर एक बड़ा कदम
NIELIT भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्था है, जिसे हाल ही में डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त हुआ है। संस्थान द्वारा राज्य में एक स्थायी केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया था, ताकि स्थानीय युवाओं को इलेक्ट्रॉनिक्स, IT और डिजिटल स्किल्स में उन्नत प्रशिक्षण मिल सके।
चिन्हित भूमि ग्राम तेंदुआ क्षेत्र में
नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण ने संस्थान के लिए ग्राम तेंदुआ (लेयर-2 क्षेत्र) में भूमि चिन्हित की है, जिसे लीज़ पर आवंटित किया जाएगा। इसकी वित्तीय प्रतिपूर्ति राज्य शासन द्वारा की जाएगी।
रोजगार और कौशल विकास को मिलेगा प्रोत्साहन
इस फैसले से प्रदेश में तकनीकी शिक्षा, डिजिटल स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के अवसरों को नई दिशा मिलेगी। यह संस्थान युवाओं को समकालीन तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगा और उन्हें रोजगार के योग्य बनाएगा।
नवा रायपुर बन रहा है राष्ट्रीय शिक्षा केंद्र
उल्लेखनीय है कि नवा रायपुर में पहले से ही आईआईएम, आईआईआईटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान कार्यरत हैं। हाल ही में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन की स्थापना को भी स्वीकृति दी गई थी, जिससे नवा रायपुर राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा का एक नया केंद्र बनता जा रहा है।
📌 निष्कर्ष:
राज्य सरकार का यह निर्णय छत्तीसगढ़ को डिजिटल भारत मिशन से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा और दूरदर्शी कदम है। NIELIT केंद्र की स्थापना से न केवल तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय तकनीकी मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान प्राप्त करेगा।
