रायपुर, छत्तीसगढ़ | 13 मई 2025
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने पूर्व पति की कीमती जमीन को पहले अपने नाम करवाया और फिर उसे बेच डाला। मामले का खुलासा तब हुआ जब जमीन खरीदने वाले व्यक्ति ने नामांतरण के लिए इश्तेहार प्रकाशित कराया। शिकायत के बाद पुलिस ने महिला सहित 6 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार ग्राम डोमा में मिन्हाजुद्दीन और उनके भाई शाहिद मुनीर के नाम पर कुल 0.1120 हेक्टेयर जमीन दर्ज है। शाहिद मुनीर की शादी 1992 में सुलताना बेगम से हुई थी, लेकिन तीन साल बाद 1995 में दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद सुलताना ने एक अन्य व्यक्ति से विवाह कर लिया और शाहिद धार्मिक यात्राओं में व्यस्त हो गए, जिससे उनका संपर्क लगभग खत्म हो गया।
इसका फायदा उठाते हुए सुलताना बेगम ने कोर्ट में वाद दायर कर शाहिद की ‘सिविल डेथ’ घोषित कर दी, साथ ही खुद को उनकी संपत्ति की वारिस बताया। इसके बाद उसने पटवारी रिकॉर्ड में अपने नाम से संपत्ति दर्ज करवाई।
15 लाख में बेची गई जमीन, FIR दर्ज
संपत्ति अपने नाम होने के बाद सुलताना ने अपने सहयोगियों फैजल शाहिद, खलील अहमद निजामी, अब्दुल जुनैद सिद्दीकी, जीशान सिद्दीकी और मोहम्मद फारूक के साथ मिलकर मठपुरैना निवासी मोती शेख को जमीन 15.12 लाख रुपए में बेच दी।
जब खरीदार ने नामांतरण के लिए अखबार में विज्ञापन प्रकाशित किया, तब मूल मालिक मिन्हाजुद्दीन को इसकी जानकारी हुई, जिसके बाद उन्होंने सेजबहार थाने में शिकायत दर्ज कराई।
कई धाराओं में मामला दर्ज, एक आरोपी को छोड़ा गया
जांच के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ BNS की धाराएं 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2), और 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार एक आरोपी को थाने से छोड़ भी दिया गया, जिससे मामले में नए सवाल खड़े हो रहे हैं।
इससे पहले कोटा क्षेत्र में भी इसी तरह का फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था, जिसे सरस्वती नगर पुलिस विवेचना में ले चुकी है।
