रायपुर/बीजापुर।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के उसूर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के कांस्टेबल सोलंकी मेहुल भाई नंदलाल को राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने रायपुर के माना स्थित 4वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल परिसर पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया और उन्हें कंधा देकर अंतिम विदाई दी।
सीएम का संकल्प: मार्च 2026 तक नक्सलवाद का समूल नाश
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा:
“शहीद मेहुल भाई की वीरता और देशभक्ति को कभी भुलाया नहीं जाएगा। उन्होंने राष्ट्र सेवा की उत्कृष्ट परंपरा को आगे बढ़ाया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि:
“पिछले एक वर्ष में नक्सल विरोधी अभियान तेज़ हुए हैं। जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए कई सफलताएं हासिल की हैं। हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद का समूल नाश कर दिया जाए।”
सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है: सीएम साय
सीएम साय ने शहीद के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा:
“शहीद का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। राज्य सरकार शहीद के परिवार के साथ हर कदम पर खड़ी है और हर संभव सहायता की जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह बलिदान देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की प्रेरणा बनेगा।
शोक और सम्मान का माहौल
इस श्रद्धांजलि समारोह में गृह मंत्री विजय शर्मा, विधायक मोतीलाल साहू, पुरन्दर मिश्रा, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, और सामान्य नागरिक मौजूद रहे।
हर किसी की आंखें नम थीं और माहौल गर्व और ग़म के मिश्रण से भरा हुआ था।
निष्कर्ष
बीजापुर में नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए कांस्टेबल मेहुल भाई सोलंकी की शहादत को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूलेगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का संकल्प, प्रदेश को एक सुरक्षित और शांत भविष्य की ओर ले जाने का संकेत देता है।
