नई दिल्ली | 13 मई 2025
भारत ने अरुणाचल प्रदेश के स्थानों के नाम बदलने की चीन की एकतरफा कोशिशों को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि इस तरह के “बेतुके” और “बेकार” प्रयासों से अरुणाचल प्रदेश पर भारत की संप्रभुता और अखंडता पर कोई असर नहीं पड़ता।
विदेश मंत्रालय की तीखी प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा,
“हमने देखा है कि चीन अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम लेने के अपने बेकार और बेतुके प्रयासों में लगा हुआ है। हम ऐसी कोशिशों को पूरी तरह खारिज करते हैं।”
उन्होंने जोर देते हुए कहा,
“नाम बदलने की कोशिश से वह सच्चाई नहीं बदलेगी कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।“
चीन का दावा और इतिहास
चीन अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का दक्षिणी भाग बताता है और वह समय-समय पर इस राज्य के स्थानों को चीनी नाम देकर भ्रम फैलाने की कोशिश करता है। दिसंबर 2022 में भी चीन ने अरुणाचल प्रदेश की 15 जगहों के लिए ‘मानकीकृत’ नाम जारी किए थे।
भारत की नीति स्पष्ट
भारत ने हमेशा यह दोहराया है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का संविधानिक और प्रशासनिक रूप से पूर्ण रूप से एकीकृत राज्य है और उसकी संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं होगा।
