नई दिल्ली। इजराइल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने और ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ की शुरुआत के बाद दोनों देशों में हालात युद्ध जैसे बनते जा रहे हैं। ऐसे में भारत सरकार ने ईरान और इजराइल में रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
भारतीय दूतावास ने नागरिकों को गैर जरूरी यात्रा से बचने, सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है। यह एडवाइजरी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) के जरिए साझा की गई है।
ईरान में भारतीयों को क्या करना चाहिए?
भारतीय दूतावास ने ईरान में रह रहे सभी नागरिकों से अपील की है कि वे:
- किसी भी गैर जरूरी यात्रा से बचें
- भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूरी बनाए रखें
- स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पूरी तरह पालन करें
- दूतावास के सोशल मीडिया हैंडल्स पर अपडेट्स पर नज़र रखें
इजराइल में भी अलर्ट मोड पर भारतीय दूतावास
ईरान की तरफ़ से संभावित जवाबी हमले की चेतावनी के बीच इजराइल में रह रहे भारतीयों के लिए भी सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय:
- सुरक्षित स्थानों के नजदीक रहें
- नागरिक सुरक्षा केंद्रों और बंकरों की जानकारी रखें
- स्थानीय प्रशासन और एंबेसी की सूचना को गंभीरता से लें
ईरान पर इजराइल का बड़ा हमला
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को जानकारी दी कि “ईरान के नतांज सहित कई प्रमुख परमाणु संवर्धन केंद्रों को टारगेट किया गया है।”
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के प्रवक्ता बीजी एफी ड्रोफिन ने कहा कि यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने और क्षेत्र में ईरानी आक्रामकता का जवाब देने के लिए किया गया है।
उन्होंने कहा कि, “ईरान परमाणु बम बनाने के बेहद करीब था, और IDF द्वारा की गई यह कार्रवाई सटीक सैन्य हमलों के ज़रिए उसे पीछे धकेलने की रणनीति है।”
