नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक इंटरव्यू में आतंकवाद पर भारत की नीति को लेकर बेहद सख्त और स्पष्ट रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी है और यदि आतंकवादियों ने फिर से भारत में हमला किया, तो उन्हें सीधे पाकिस्तान में मार गिराया जाएगा।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने सख्त कार्रवाई की। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। इसके जवाब में 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoJK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
जयशंकर ने कहा कि भारत ने ऐसे आतंकवादी ठिकानों पर निशाना साधा, जिनके नाम संयुक्त राष्ट्र की 1267 प्रतिबंध सूची में शामिल हैं। इनमें लश्कर, जैश-ए-मोहम्मद (JeM), और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे संगठनों के ठिकाने थे।
100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, पाक सेना की बौखलाहट
ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इसके बाद पाकिस्तान ने एलओसी पर फायरिंग और सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमले करने की कोशिश की। भारत ने इसका जवाब देते हुए 8 पाकिस्तानी हवाई अड्डों पर हमला किया और उनके रडार, संचार केंद्र और रनवे को निष्क्रिय कर दिया।
जयशंकर ने कहा, “हमने उनके हवाई अड्डों पर हमला करके उन्हें मजबूर किया कि वे गोलाबारी बंद करें। 10 मई को सीजफायर समझौता हुआ और दोनों पक्षों ने हमले रोकने पर सहमति जताई।”
जयशंकर की दो टूक – “हम आतंकवादियों को मारेंगे”
नीदरलैंड के एनओएस चैनल को दिए गए इंटरव्यू में जयशंकर ने कहा:
“ऑपरेशन सिंदूर में एक स्पष्ट संदेश है – अगर आतंकवादी भारत पर हमला करते हैं, तो हम उन्हें मारेंगे, चाहे वे पाकिस्तान में हों। यह केवल गोलीबारी नहीं, बल्कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का अभियान है।”
उन्होंने कहा कि भारत अब केवल आतंकवादी हमलों के बाद शोक नहीं मनाएगा, बल्कि ठोस जवाबी कार्रवाई करेगा। TRF, LeT और JeM जैसे संगठनों के कमांड सेंटर और संचालन ठिकानों को चिन्हित कर लिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र को पहले ही दी गई थी जानकारी
जयशंकर ने खुलासा किया कि भारत ने 2023, 2024 और 2025 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को TRF के बारे में जानकारी दी थी और यह बताया था कि यह संगठन LeT से जुड़ा है। भारत के पास आतंकी ठिकानों की तस्वीरें, लोकेशन और ऑपरेटिंग मोड जैसी सूचनाएं हैं।
निष्कर्ष: भारत की नीति – ज़ीरो टॉलरेंस
एस. जयशंकर का बयान और ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई यह साफ दर्शाती है कि भारत की नई नीति में आतंकवाद के लिए कोई सहानुभूति या सहनशीलता नहीं है। भारत अब सिर्फ बचाव नहीं, बल्कि आक्रामक प्रतिरोध की नीति अपना रहा है – वह भी अंतरराष्ट्रीय नियमों और सूचनाओं के आधार पर।
“अगर आतंकवादी पाकिस्तान में हैं, तो भारत उन्हें वहीं मारेगा” – यही है नया भारतीय दृष्टिकोण।
