लश्कर-ए-तैयबा का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद आखिरकार अपने अंजाम तक पहुंच गया। रविवार को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने सैफुल्लाह को गोली मार दी। बताया जा रहा है कि भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले इस आतंकी को लश्कर चीफ हाफ़िज़ सईद ने खुद छिपने की सलाह दी थी।
ऑपरेशन सिंदूर का असर?
भारत की सेना ने पहलगाम हमले के बाद से “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया था, जिसमें सौ से ज़्यादा आतंकियों का खात्मा किया गया। अब सैफुल्लाह की मौत को भी इसी दबाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
कहां मारा गया सैफुल्लाह?
सैफुल्लाह सिंध के बदीन ज़िले के मतली कस्बे में रहता था। रविवार को जैसे ही वह घर से बाहर निकला, कुछ ही दूरी पर फलकारा चौक के पास अज्ञात हमलावरों ने उसे गोली मार दी।
मौत के बाद पाकिस्तान ने कबूला
पाकिस्तान की सेना ने कभी सैफुल्लाह को अपना नागरिक नहीं माना, लेकिन मौत के बाद उसके जनाजे पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा लपेटा गया। उसे नेशनल सम्मान के साथ दफनाया गया।
जनाज़े में शामिल हुए लश्कर आतंकी
सैफुल्लाह के जनाजे में सैकड़ों लोग और लश्कर के टॉप कमांडर फैसल नदीम भी शामिल हुए।
