पटना: 5 मई 2024 को हुए NEET (नीट) पेपर लीक कांड के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया को पटना पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। बिहार सरकार ने आरोपी पर ₹3 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तार किए जाने के बाद बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
🔍 दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया
बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल ने कहा,
“मुझे नहीं मालूम, लेकिन अगर वह पकड़ा गया है तो यह बहुत बड़ी और अच्छी बात है। जिस तरह से उसने देशभर में नीट परीक्षा के नतीजों में हेराफेरी की, ऐसे व्यक्ति को पकड़ा जाना चाहिए, उसकी गहन जांच होनी चाहिए और उसे सजा मिलनी चाहिए।”
👁️🗨️ लंबे समय से फरार था संजीव मुखिया
EOU के ADG नैयर हसनैन खान ने बताया कि,
“नीट एग्जाम के बाद से ही संजीव मुखिया हमारा सबसे बड़ा टारगेट था। गुरुवार देर रात हमें एक विशेष इनपुट मिला, जिसके बाद पटना के एक अपार्टमेंट में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया गया।”
गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे पूछताछ के लिए ले गई है और इससे जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
🕵️♂️ संजीव मुखिया का आपराधिक इतिहास
- संजीव मुखिया का नाम पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों में सामने आ चुका है।
- 2016 की बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में भी वह मुख्य आरोपी था।
📌 क्या है मामला?
- 5 मई 2024 को आयोजित NEET परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गया था।
- इस मामले में कई राज्यों में एफआईआर दर्ज की गई थी।
- देशभर के छात्रों और अभिभावकों में इस लीक को लेकर भारी नाराजगी थी।
📣 अभी क्या चल रहा है?
- आरोपी से पूछताछ के आधार पर अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी हो रही है।
- पुलिस उम्मीद कर रही है कि इस गिरफ्तारी से NEET पेपर लीक गैंग के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।
🔚 निष्कर्ष
संजीव मुखिया की गिरफ्तारी को बिहार पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई की बड़ी सफलता माना जा रहा है। देशभर में हो रही परीक्षा प्रणाली में गड़बड़ी को देखते हुए यह कार्रवाई एक मजबूत संदेश देती है कि अपराधी चाहे जितना भी ताकतवर हो, कानून के शिकंजे से नहीं बच सकता।
