एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान, आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया है।
रविवार को महाराष्ट्र के परभणी में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान चाहता है कि भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत बढ़े।” उन्होंने कहा कि ऐसे समय में भारत को एकजुट होकर दुश्मनों को जवाब देना चाहिए, न कि कश्मीरियों के खिलाफ नफरत को बढ़ावा देना चाहिए।
कश्मीरियों के खिलाफ नफरत देश के हित में नहीं
ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा, “जब कश्मीर भारत का अटूट हिस्सा है, तो कश्मीरी भी हमारे ही हिस्से हैं। उन पर शक करना गलत है।”
उन्होंने आगाह किया कि पाकिस्तान और उसकी एजेंसियां यही चाहती हैं कि भारत के भीतर सामाजिक विभाजन गहरा हो। ऐसे में देशवासियों को चाहिए कि वे एकजुट रहें और दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम करें।
ओवैसी ने सरकार से अपील की कि वह जो भी जरूरी कार्रवाई उचित समझे, उसे करे, लेकिन देश के भीतर कश्मीरियों के प्रति नफरत फैलाने से बचे क्योंकि यह राष्ट्रहित में नहीं है।
