भारतीय रिज़र्व बैंक के गर्वनर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ब्याज दरों में कटौती का एलान किया है। उन्होंने बताया कि लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फैसिलिटी (LAF) के तहत पॉलिसी रेपो रेट को 0.50 बेसिस पॉइंट घटाकर 5.5% कर दिया गया है। यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू होगा।
इसके साथ ही स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) की दर को घटाकर 5.25% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) व बैंक रेट को घटाकर 5.75% कर दिया गया है।
आरबीआई गवर्नर ने यह भी बताया कि यह इस साल की तीसरी रेपो रेट कटौती है। इससे पहले फरवरी और अप्रैल में भी रेपो रेट में कमी की गई थी। मौद्रिक नीति समिति ने यह फैसला देश की आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देने और महंगाई को नियंत्रण में रखने के उद्देश्य से लिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कटौती से होम लोन, कार लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरों में राहत मिल सकती है, जिससे आम उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ कुछ कम हो सकता है।
