जगदलपुर, 29 अप्रैल 2025 – छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग की राजधानी जगदलपुर में सोमवार की शाम मौसम ने अचानक करवट ली। तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई इलाकों में पेड़ गिरने, बिजली खंभों को नुकसान और जलभराव की स्थिति ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी।
तेज हवाओं से उखड़े पेड़, बिजली आपूर्ति बाधित
अचानक तेज गति से चली आंधी में शहर के कई हिस्सों में पुराने पेड़ उखड़ कर सड़कों पर गिर पड़े। पेड़ गिरने से बिजली के तार क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे कई कॉलोनियों में घंटों तक बिजली आपूर्ति ठप रही। विद्युत विभाग की टीम देर रात तक मरम्मत कार्य में जुटी रही।
पहली ही बारिश में डूबा शहर
तेज बारिश के कारण शहर के मुख्य मार्गों, बाजार इलाकों और रिहायशी कॉलोनियों में जलभराव हो गया। कई जगह नालियों के ओवरफ्लो होने से गंदा पानी सड़कों पर बहता रहा। इससे वाहन चालकों और पैदल चलने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नगर निगम की तैयारियां सवालों के घेरे में
हर साल की तरह इस बार भी नगर निगम द्वारा मानसून पूर्व साफ-सफाई के दावों की हकीकत सामने आ गई है। नागरिकों ने नगर निगम की लापरवाही पर नाराजगी जताई है और शीघ्र स्थायी समाधान की मांग की है।
प्रशासन सतर्क, राहत कार्य जारी
घटना के बाद नगर निगम और आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर पहुंचीं और सड़क से पेड़ हटाने, जल निकासी और बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने का कार्य शुरू किया गया। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सभी जरूरी संसाधनों को लगाया गया है।
📌 मुख्य बिंदु:
- तेज आंधी और बारिश से जनजीवन प्रभावित
- पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति ठप
- जलभराव से यातायात बाधित
- नगर निगम की तैयारियों पर उठे सवाल
