रूस और यूक्रेन के बीच हाल ही में हुआ 30 घंटे का ईस्टर सीज़फायर (Easter Ceasefire) अब खत्म हो चुका है। लेकिन इस युद्धविराम के पीछे की बड़ी वजह सामने आई है — अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दबाव।
🛑 ट्रंप ने दी थी चेतावनी
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को सख्त चेतावनी दी थी कि अगर रूस और यूक्रेन जल्द किसी शांति समझौते पर नहीं पहुंचे, तो वह शांति पहल से पीछे हट जाएंगे। इसके ठीक बाद रूस ने 30 घंटे का युद्धविराम घोषित कर दिया।
🇺🇸 अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका चाहता था कि यह सीज़फायर रविवार के बाद भी जारी रहे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरे पर सीज़फायर तोड़ने के आरोप लगाए।
📲 ट्रंप की सोशल मीडिया पोस्ट में जताई उम्मीद
ट्रंप ने खुद युद्धविराम पर कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्होंने अपने पोस्ट में उम्मीद जताई कि रूस-यूक्रेन जल्द किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं, ताकि अमेरिका के साथ अच्छे व्यापारिक संबंध बनाए जा सकें।
🕊️ “24 घंटे में युद्ध खत्म कर दूंगा” — ट्रंप का दावा
ट्रंप पहले ही कई बार कह चुके हैं कि अगर वो फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो वे 24 घंटे के भीतर यूक्रेन युद्ध खत्म कर देंगे। वो लगातार दोनों पक्षों को विफलता का जिम्मेदार ठहराते आ रहे हैं।
📌 बीबीसी का विश्लेषण
बीबीसी के वरिष्ठ पत्रकार स्टीव रोज़नबर्ग का मानना है कि रूस ये दिखाने की कोशिश कर रहा है कि शांति की कोशिशें वह कर रहा है, न कि यूक्रेन।
